Header Ads Widget

विज्ञापन हेतु संपर्क करें - श्री गुलशन कुमार मो.नं - 7879069737

सूरजपुर में दम तोड़ रही स्कूल जतन योजना, राशि खर्च हुआ लेकिन स्कूलों की हालत जस की तस

  कोरिया टाईम्स ब्यूरो नंदू यादव 

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना, सिर्फ पुट्टी-पेंट का काम से की जा रही खानापूर्ति 

घटिया निर्माण का मामला, शिक्षा समिति के सदस्यों में रोष, जांच कराकर कार्यवाही की मांग

रामानुजनगर :-विकासखंड रामानुजनगर में सीएम जतन योजना के अंतर्गत कराये जा रहे शाला मरम्मत कार्यों के गुणवत्ता विहीन, घटिया निर्माण एवं कमीशन खोरी का आरोप लगाते हुए जनपद शिक्षा समिति रामानुजनगर के सदस्य हेमेंद्र कुमार साहू, प्रमिला साहू, परमेश्वर सिंह एवम अमर सिंह ने संभाग आयुक्त अंबिकापुर, कलेक्टर सूरजपुर एवं मुख्य सचिव तथा शिक्षा सचिव को प्रतिलिपि भेज कर कार्यवाही की मांग की है। ज्ञात हो कि समिति के सदस्यों ने लिखे अपने पत्र में बताया की 20 सितंबर को स्थाई शिक्षा समिति के बैठक में उन्होंने विकास खंड शिक्षा अधिकारी पंडित भारद्वाज एवं बीआरसी हजारीलाल चक्रधारी के समक्ष शालाओं में मरम्मत कार्यों के गुणवत्ता विहीन एवं आधे अधूरे किए गए कार्य का मामला उठाया तथा विकासखंड के अंतर्गत मरम्मत कार्य स्वीकृत शालाओं की सूची प्राप्त किया। 

सूची के अनुसार समिति के सदस्यों ने चार दिवस तक विकासखंड के लगभग 100 स्कूलों का दौरा कर विद्यालयों की स्थिति, कराए जा रहे मरम्मत कार्य और गुणवत्ता का जांच किया। उन्होंने बताया कि पूरे विकासखंड में 80% स्कूलों में घटिया कार्य हुआ है तथा दुर्भाग्य की बात है कि कुछ स्कूलों में तो केवल 20 से 30 परसेंट की राशि खर्च कर कार्य पूर्णता बताया गया है। उन्होंने 25 स्कूलों का लिस्ट भी पेश किया है जिस पर दावा किया गया है कि इन स्कूलों का कोई भी टेक्निकल और सक्षम अधिकारी जांच करके वस्तु स्थिति को समझ सकता है, जिससे सच्चाई साफ हो जाएगी। समिति ने आरोप लगाया कि जांच के दौरान दबे स्वर में शिक्षकों ने 30 से 40% राशि कमीशन के रूप में देने की बात स्वीकार किया है।

ज्ञात हो कि सीएम जतन योजना स्कूल शिक्षा विभाग का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिससे स्कूलों का कायाकल्प होना था। चार लाख से नीचे के कार्यों को एसएमसी को निर्माण एजेंसी बनाया गया था जबकि चार लाख से अधिक के कार्यों को पीडब्ल्यूडी और हाउसिंग बोर्ड एवम आरईएस को निर्माण एजेंसी बनाया गया है। यदि उनका भी जांच किया जाए तो कार्य का स्तर पता चल सकेगा हैं। सीएम जतन योजना में एसएमसी को निर्माण एजेंसी बनाया तो गया है पर एसएमसी के किसी भी सदस्य या अध्यक्ष को निर्माण कार्यों की जानकारी नहीं है। एसएमसी को बनाए गए एजेंसी में करीबन 214 स्कूलों में लगभग 3.5 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है जिसमें 60 से 88% राशि आहरण किया जा चुका है। जिला शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे मरम्मत कार्य में विकासखंड रामानुजनगर में बीआरसीसी को नोडल अधिकारी बीईओ को नियंत्रण अधिकारी बनाया गया है। 

इस संबंध में पूछे जाने पर विकास खंड शिक्षा अधिकारी पंडित भारद्वाज ने बताया कि शाला मरमत्त कार्य की हम लोग लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जो कमी है उसे पूर्ण कराया जाएगा। दूसरे ब्लॉक की अपेक्षा हमारे ब्लॉक में बेहतर कार्य हुआ है।

इस संबध में जिला शिक्षा अधिकारी ललित पटेल का पक्ष जानने के लिए उन्हें संपर्क किया गया पर बात नहीं हुई।